इस अंक के रचनाकार
कमल नारायण मेहरोत्रा, प्रस्तुति : डॉ. डी एस शुक्ला
कहानी
ऐ गंगा, तुम बहती हो क्यूँ ? : विवेक मिश्र
मकड़जाल : श्रीमती शशि पाठक
आधार : मुंशी प्रेमचंद
खदान : प्रदीप मोगरे
काबुलीवाला : रविन्द्रनाथ टैगोर
लघुकथा
पूर्ण विराम : ज्योति व्यास
उपयोगिता : सीमा व्यास
इनकी भी तो सुनो : डॉ. आर.बी. भण्डारकर
विलुप्त प्रजाति का भारतीय मानव : कुबेर
अति सोच : अंजु ओझा
एक और नोक झोंक : रीता मक्कड़
गीत / गजल / कविता
वक्त : सरला मेहता (गीत)
डाली का फूल :मधुकर वनमाली (नवगीत)
छाते : बलदाऊ राम साहू (बालगीत)
कउनो खरपतवार बना ले : छत्तरपाल साहू (छत्तीसगढ़ी गीत )
कैलेन्डर की आखिरी तारीख (कविता )
कमरछठ : सुखदेव सिंह ’ अहिलेश्वर’ ( छंद )
करमा : बोधन राम निषाद’ राज’ (छत्तीसगढ़ी गीत )
आदतन : आस्था ( कविता )
व्यंग्य
सुहाना सफर : अजीत सिंह चारण
अच्छी फसल होने का दुख : नूतन प्रसाद
पुस्तक समीक्षा
मैं फूलमती और हिजड़े स्त्री अस्मिता की तलाश की कहानियां : समीक्षक : अजय चंद्रवंशी
चंदैनी गोंदा : एक समृद्ध ग्रंथ : समीक्षक : वीरेन्द्र बहादुर सिंह
सपने का भी एक सपना होता है ’ गांधी चौक’ : समीक्षक : यशपाल जंघेल
फिल्म समीक्षा
काबुलीवाला : विमल राय - 1961 / 31 : समीक्षक : अजय चंद्रवंशी
साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियाँ
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