मानत हस ते मान परोसी।
नइते जय गंगान परोसी।
नइते जय गंगान परोसी।
धन बल के आहब झन कर।
दू दिन के पहिचान परोसी।
दाँत पिसे ले मर नइ जावन।
साहित हे भगवान परोसी।
आय बखत मा साथ निभाले।
सबला अपने जान परोसी।
निभ जाथे पारा मा रहि के।
वो बड़का बुधमान परोसी।
मीठ बचन हमरे हे पूँजी।
अउ का देबो दान परोसी।
जे घर आथे पूछत हमला।
देव असन महिमान परोसी।
टुटहा कुँदरा मोर बसेरा।
हिरदे हे धनवान परोसी।
नून असन बर राजा अटके।
होय समय बलवान परोसी।
हिरदे हे धनवान परोसी।
नून असन बर राजा अटके।
होय समय बलवान परोसी।
सिधवा बर सिधवा हे "रौना"।
नइते बड़ शैतान परोसी।
राजकुमार चौधरी "रौना"
टेड़ेसरा राजनां
दगांव।
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