कविता
सुनील कुमार गुप्ता
सरकार ने
समस्या समाधान शिविर लगाई
हर तरफ समस्याओं की बाढ़ आ गई ।
अफसर परेशान हो गये
कलेक्टर परेशान हो गया ।
कमर्चारियों का जीना हराम हो गया ।
शहर की दीवारों में
सूचना चस्पा करवाना ।
अखबारों में विज्ञापन छपवाना ।
निश्िचित स्थानों पर टैंट लगवाना ।
बिजली पानी की व्यवस्था करवाना ।
चपरासी से लेकर अफसर तक का
यहां जाना, वहां जाना ।
समस्या समाधान शिविर की सफलता हेतु
हर अफसर पूर्व समस्याओं से जूझने लगे ।
दूसरों को उजाला देने के लिए
खुद बूझने लगे ।
काम की अधिकता से हर कर्मचारी
परेशानियों से इतना बह गया ।
कि
समस्या समाधान शिविर अपने आप में
एक समस्या बनकर रह गया ।
सुनील कुमार गुप्ता
सरकार ने
समस्या समाधान शिविर लगाई
हर तरफ समस्याओं की बाढ़ आ गई ।
अफसर परेशान हो गये
कलेक्टर परेशान हो गया ।
कमर्चारियों का जीना हराम हो गया ।
शहर की दीवारों में
सूचना चस्पा करवाना ।
अखबारों में विज्ञापन छपवाना ।
निश्िचित स्थानों पर टैंट लगवाना ।
बिजली पानी की व्यवस्था करवाना ।
चपरासी से लेकर अफसर तक का
यहां जाना, वहां जाना ।
समस्या समाधान शिविर की सफलता हेतु
हर अफसर पूर्व समस्याओं से जूझने लगे ।
दूसरों को उजाला देने के लिए
खुद बूझने लगे ।
काम की अधिकता से हर कर्मचारी
परेशानियों से इतना बह गया ।
कि
समस्या समाधान शिविर अपने आप में
एक समस्या बनकर रह गया ।
पुष्पगंधा पबिलकेशन
राज महल चौक
कवर्धा
राज महल चौक
कवर्धा
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