नरेन्द्र नन्द
नियत रहे साफ अउ सच्चा
गोठ लागही करेजा अच्छा
चेहरा म नहीं मन ले देखही
उजियार बन अंधियार नही
नियत हर जब परेम ले भरे
बईर नही कोनो हर तब घरे
जोन चाही त बुराई हरही
ओकर रद्दा म कांटा नीरही
नियत ले करम ह निखरथे
बिन बोले असर ह उभरते
जेकर करेजा हे नेक इरादा
मनोकामना जल्दी मिलथे
नियत म होय उजियारा
वोला न डर न कोई सहारा
सच के डोर थमके चलथे
वो हर सबले ऊंच सितारा।
जान्हवी सदन
अम्बेडकर वार्ड
धमतरी,छत्तीसगढ़
84588 06946
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