कृष्ण भारतीय
बाँह भर आकाश पाने के लिए,
पंख भी तो हों उड़ानों के लिए।
ये क्षितिज इस पार से उस पार तक,
सिरफ बाजों के लिए,फैला हुआ।
एक चिड़िया सोचती ही रह गयी,
क्यों सफर उसके लिए, मैला हुआ।
हौसलों का साथ भी तो चाहिए,
शून्यपथ को आज़माने के लिए।
चंट बाजों के कबीले हँस दिए,
बाँटकर टुकड़े कई,आकाश के।
जंगलों के नीड़ की सहमी प्रजा
डोर है थामे हुए विश्वास के।
कोई तो रस्ता निकाला जायेगा .
इस विरासत को बचाने के लिए ।
सब सशंकित एक दूजे के लिए,
कौन है प्रतिबद्ध या,चेहरे मढ़ा।
होड़ में शामिल सभी बेचैन हैं,
कद दिखाने को कि हूँ ,तुझसे बड़ा।
नीतिगत संघर्ष को मत बोलिये,
मुँह चुराते हैं बहाने के लिए।
बेस्टैक पार्क व्यू रेजीडेन्सी,
टी 2 - 503,पालम विहार, सेक्टर - 3,
गुरूग्राम - 122017 ( हरियाणा )
मोबाइलः 09650010441
ईमेल - kbhasin15@gmail.com
बाँह भर आकाश पाने के लिए,
पंख भी तो हों उड़ानों के लिए।
ये क्षितिज इस पार से उस पार तक,
सिरफ बाजों के लिए,फैला हुआ।
एक चिड़िया सोचती ही रह गयी,
क्यों सफर उसके लिए, मैला हुआ।
हौसलों का साथ भी तो चाहिए,
शून्यपथ को आज़माने के लिए।
चंट बाजों के कबीले हँस दिए,
बाँटकर टुकड़े कई,आकाश के।
जंगलों के नीड़ की सहमी प्रजा
डोर है थामे हुए विश्वास के।
कोई तो रस्ता निकाला जायेगा .
इस विरासत को बचाने के लिए ।
सब सशंकित एक दूजे के लिए,
कौन है प्रतिबद्ध या,चेहरे मढ़ा।
होड़ में शामिल सभी बेचैन हैं,
कद दिखाने को कि हूँ ,तुझसे बड़ा।
नीतिगत संघर्ष को मत बोलिये,
मुँह चुराते हैं बहाने के लिए।
बेस्टैक पार्क व्यू रेजीडेन्सी,
टी 2 - 503,पालम विहार, सेक्टर - 3,
गुरूग्राम - 122017 ( हरियाणा )
मोबाइलः 09650010441
ईमेल - kbhasin15@gmail.com
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