- पुरूषोतम साहू
देख तो कान्हा बादर मं चंदा ह लुकागे
अब तो जावन दे मोला रतिहा अबबड़ होगे
अभी - अभी आय हवस, अभी चले जाबे
काबर राधा तंय मोला अकेल्ला छोड़ जाबे
घबरावत मन धरकत हे छाती मोर
काली फेर आहूं कहत हंव हाथ जोर
जब भी तंय आथस, जल्दी चल देथस
अइसन तंय काबर मोला तरसाथस
चले आथय मंय सुने ल बंसी के धुन ला
रहिथे अबबड़ बूता करे बर घर मा
कब पाबे तंय छुटकारा बुता ले
बता का काम होथय बड़े मोर ले
मु,पो. बरोली
व्हाया - बसना
जिला महासमुन्द (छग)
व्हाया - बसना
जिला महासमुन्द (छग)
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