मृदुला सिन्हा
कुछ दिनों की ही बात थी
कुछ दिन और रह जाते
कुछ दिन और आपके साथ
हम रह जाते
हर बार यही लगता है
कुछ दिन और
कुछ दिन और
क्यों नहीं जी लेते हम
उन्ही दिनों में
क्यों इंतज़ार रह जाता है
सही समय आने का
बस इंतज़ार ही रह जाता है
बस इंतज़ार
जब तक वक्त रहता है
हम रह जाते हैं शिकवे शिकायतों में ही
कुछ यादें
तो कुछ समय का बहाना
वक्त नहीं है अभी
ये सोच कर
बस रह जाते हैं
कुछ दिन और
कुछ दिन और
जो चला जाता है
लौट कर ना आता है
जो यादें मिल जाती हैं
बस वो यादें ही रह जाती हैं
फिर क्यों इंतज़ार
वक्त के आने का
अक्सर यहीं हार जाते हैं हम
वो वक्त कभी नहीं आता
बस हम उतना ही जीते हैं
जितना जीते हैं
बाकी सब तो बस
इंतज़ार ही रह जाता है
कभी ख़त्म ना होने वाला
इंतज़ार
बस इंतज़ार ....
डॉ ए नाथ ,जेनेक्स आर्या अप्पार्टमेन्ट
फ्लैट नं. - 401,बसंत बिहार कॉलोनी,
आर पी एस मोर,
बेली रोड पटना (बिहार )
कुछ दिनों की ही बात थी
कुछ दिन और रह जाते
कुछ दिन और आपके साथ
हम रह जाते
हर बार यही लगता है
कुछ दिन और
कुछ दिन और
क्यों नहीं जी लेते हम
उन्ही दिनों में
क्यों इंतज़ार रह जाता है
सही समय आने का
बस इंतज़ार ही रह जाता है
बस इंतज़ार
जब तक वक्त रहता है
हम रह जाते हैं शिकवे शिकायतों में ही
कुछ यादें
तो कुछ समय का बहाना
वक्त नहीं है अभी
ये सोच कर
बस रह जाते हैं
कुछ दिन और
कुछ दिन और
जो चला जाता है
लौट कर ना आता है
जो यादें मिल जाती हैं
बस वो यादें ही रह जाती हैं
फिर क्यों इंतज़ार
वक्त के आने का
अक्सर यहीं हार जाते हैं हम
वो वक्त कभी नहीं आता
बस हम उतना ही जीते हैं
जितना जीते हैं
बाकी सब तो बस
इंतज़ार ही रह जाता है
कभी ख़त्म ना होने वाला
इंतज़ार
बस इंतज़ार ....
डॉ ए नाथ ,जेनेक्स आर्या अप्पार्टमेन्ट
फ्लैट नं. - 401,बसंत बिहार कॉलोनी,
आर पी एस मोर,
बेली रोड पटना (बिहार )
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