हरदीप बिरदी
वाक्या ऐसा यह हुआ कैसे
सब हैं हैराँ कि मैं बचा कैसे
तूने सोचा नहीं कभी शायद
तूने सोचा नहीं कभी शायद
तेरा चेहरा निखर गया कैसे
यह ख़बर तू ही अब हवा ला दे
यह ख़बर तू ही अब हवा ला दे
जी रहा है वो यह बता कैसे
मैंने ख़ुद को बहुत संभाला था
मैंने ख़ुद को बहुत संभाला था
ले गई दिल वो इक अदा कैसे
बातों .बातों में रूठ जाओगे
ज़िन्दगी देगी फिर मज़ा कैसे
उसके हाथों का इक खिलौना हूँ
उसको देता भी मैं सज़ा कैसे
चाँद में दाग़ है मगर ' बिरदी'
ज़िन्दगी देगी फिर मज़ा कैसे
उसके हाथों का इक खिलौना हूँ
उसको देता भी मैं सज़ा कैसे
चाँद में दाग़ है मगर ' बिरदी'
इतना लगता है वो भला कैसे
पता
पता
लुधियाना
9041600900
9041600900
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