हरीलाल ' मिलन '
रस - रस पूरित, छन्द अलंकृत,
उर - वाणी - वीणा में झंकृत,
मृदु - स्वर - स्नाता भारत माता
जय भाषा, जय देश महान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान
नग - नागेश - प्रिय भू - सुषमामय,
पुष्प - अन्न, द्रुम - फल - उपमामय,
चिर - सुपाच्य - कृति, श्रेष्ठ - संस्कृति
यश - समर्थ - लिपि - सुष्ठ - विधान,
जय हिन्दी , जय हिन्दुस्तान।
सन्धि - शान्ति - नित,पद गंगामृत,
जन - अखण्ड, आदर्श - अपरिमित,
राष्ट्र - विधात्री, युग - निर्मात्री,
विषय - कल्पना - तर्क निधान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान।
शब्द - कलानिधि, अर्थ - पयोनिधि,
चित्त, बुध्दि, मन की प्रकाशविधि,
प्राइज़ - पूजिता, सिन्धु - नि:सृता,
ज्ञान - मन्जरी - मधु की खान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान।
भाव - भाषिणी, हिन्द - वासिनी,
दृश्य - श्रव्य - सुख - हेम स्वामिनी,
छान्दस् - तनुजा , कवि-कलिन्दजा,
सत्यं शिवं सुन्दरम् गान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान
पता
300 ए / 2 ( प्लाट - 16 )
दुर्गावती सदन, हनुमन्त विहार
नौबस्ता, कानपुर - 208 021
मो: 09935299939
रस - रस पूरित, छन्द अलंकृत,
उर - वाणी - वीणा में झंकृत,
मृदु - स्वर - स्नाता भारत माता
जय भाषा, जय देश महान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान
नग - नागेश - प्रिय भू - सुषमामय,
पुष्प - अन्न, द्रुम - फल - उपमामय,
चिर - सुपाच्य - कृति, श्रेष्ठ - संस्कृति
यश - समर्थ - लिपि - सुष्ठ - विधान,
जय हिन्दी , जय हिन्दुस्तान।
सन्धि - शान्ति - नित,पद गंगामृत,
जन - अखण्ड, आदर्श - अपरिमित,
राष्ट्र - विधात्री, युग - निर्मात्री,
विषय - कल्पना - तर्क निधान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान।
शब्द - कलानिधि, अर्थ - पयोनिधि,
चित्त, बुध्दि, मन की प्रकाशविधि,
प्राइज़ - पूजिता, सिन्धु - नि:सृता,
ज्ञान - मन्जरी - मधु की खान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान।
भाव - भाषिणी, हिन्द - वासिनी,
दृश्य - श्रव्य - सुख - हेम स्वामिनी,
छान्दस् - तनुजा , कवि-कलिन्दजा,
सत्यं शिवं सुन्दरम् गान,
जय हिन्दी, जय हिन्दुस्तान
पता
300 ए / 2 ( प्लाट - 16 )
दुर्गावती सदन, हनुमन्त विहार
नौबस्ता, कानपुर - 208 021
मो: 09935299939
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