प्रो.फूलचंद गुप्ता
मेरे तुम्हारे बीच अब पर्दा नहीं रहा।
सचमुच कहें तो आगे भरोसा नहीं रहा।।
लो अब हमारे आपसी झगड़े $खतम हुए,
चर्चा के वास्ते कभी, मुद्दा नहीं रहा।
वह हो गया स्वच्छंद करे वो जो दिल कहे,
मासूमियत में कैद वह बच्चा नहीं रहा।
मुझको बड़ा गुमान था रिश्ता है खून का,
रिश्ता बचा रहा मगर ज्यादा नही रहा।
उष्म खत्म हुई है नसों में लहू तो है,
ऐसा नहीं कि बाप या बेटा नहीं रहा।
पता -
बी - 7, आनंद बेंगलोस,
गायत्री मंदिर रोड, महावीर नगर,
हिम्मत नगर, एस.के.गुजरात,
मोबाईल : 094263 79499
मेरे तुम्हारे बीच अब पर्दा नहीं रहा।
सचमुच कहें तो आगे भरोसा नहीं रहा।।
लो अब हमारे आपसी झगड़े $खतम हुए,
चर्चा के वास्ते कभी, मुद्दा नहीं रहा।
वह हो गया स्वच्छंद करे वो जो दिल कहे,
मासूमियत में कैद वह बच्चा नहीं रहा।
मुझको बड़ा गुमान था रिश्ता है खून का,
रिश्ता बचा रहा मगर ज्यादा नही रहा।
उष्म खत्म हुई है नसों में लहू तो है,
ऐसा नहीं कि बाप या बेटा नहीं रहा।
पता -
बी - 7, आनंद बेंगलोस,
गायत्री मंदिर रोड, महावीर नगर,
हिम्मत नगर, एस.के.गुजरात,
मोबाईल : 094263 79499
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें