सलीम खॉ फ़रीद़
कब तक जय - जयकार करेगा
अब तो भर हुँकार।
कस कर मुठ्ठी बाँध, गगन से
बरस उठें अंगार।।
तहसीलों में फैल गया है
वंश, हरामी का।
भोले हा$िकम के सर पर,
सेहरा बदनामी का।
बढ़कर गर्दन रेत,
खेत रह जाए खरपतवार।।
अब से सुख की खेती होगी
प्रथा पलटनी है।
दु:ख के माथे पर मिल - जुलकर
शिला पटकनी है।
एक लड़ाई लड़नी तय है,
मौसम से इस बार।।
पता -
हसामपुर सीकेर
राजस्थान - 332718,
मोबाईल : 9413070032,
09636871101
कब तक जय - जयकार करेगा
अब तो भर हुँकार।
कस कर मुठ्ठी बाँध, गगन से
बरस उठें अंगार।।
तहसीलों में फैल गया है
वंश, हरामी का।
भोले हा$िकम के सर पर,
सेहरा बदनामी का।
बढ़कर गर्दन रेत,
खेत रह जाए खरपतवार।।
अब से सुख की खेती होगी
प्रथा पलटनी है।
दु:ख के माथे पर मिल - जुलकर
शिला पटकनी है।
एक लड़ाई लड़नी तय है,
मौसम से इस बार।।
पता -
हसामपुर सीकेर
राजस्थान - 332718,
मोबाईल : 9413070032,
09636871101
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