- बिहारी साहू
कइसन कलजुग आगे संगी बड़गे अतियाचार हा।
जम्मों रूख हा कटगे भैया बड़गे हे हथियार हा॥
कइसन कलजुग आगे संगी ...
कोन बनाथे टंगिया बसला, कोन बनाथे हंसिया।
जम्मों रूख अऊ कांदी लुवागे, कामे जीही बछिया॥
हाहर हेल्ला होगे संगी घर कुरिया अऊ खार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
बेंदरा मन के घर ह उजड़गे जम्मों रूख हा कटगे।
का करही अब अंधरा मन हा मनखे के गरज हटगे॥
जीव जंतु मन मरत हवय कब धियान दीही सरकार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
कतेक सुघ्घर लागय संगी बड़ हवा पुरवइया हा।
रस्दा रेंगई मनखे मन के कहाँ नंदागे छइंहा हा॥
बड़े - बड़े शिक्षित मन ला नई सहाय मार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
रूख राई चिक्कन उजरगे आबादी घलो बढ़गे।
पहली कम नेता रिहीन अब कोलबिल होगे॥
अतेक लालच बड़गे मनखे के टपकत हवय लार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
पता - ग्राम - धारिया, छुईखदान, जिला - राजनांदगांव ( छग.)
जम्मों रूख हा कटगे भैया बड़गे हे हथियार हा॥
कइसन कलजुग आगे संगी ...
कोन बनाथे टंगिया बसला, कोन बनाथे हंसिया।
जम्मों रूख अऊ कांदी लुवागे, कामे जीही बछिया॥
हाहर हेल्ला होगे संगी घर कुरिया अऊ खार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
बेंदरा मन के घर ह उजड़गे जम्मों रूख हा कटगे।
का करही अब अंधरा मन हा मनखे के गरज हटगे॥
जीव जंतु मन मरत हवय कब धियान दीही सरकार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
कतेक सुघ्घर लागय संगी बड़ हवा पुरवइया हा।
रस्दा रेंगई मनखे मन के कहाँ नंदागे छइंहा हा॥
बड़े - बड़े शिक्षित मन ला नई सहाय मार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
रूख राई चिक्कन उजरगे आबादी घलो बढ़गे।
पहली कम नेता रिहीन अब कोलबिल होगे॥
अतेक लालच बड़गे मनखे के टपकत हवय लार हा
कइसन कलजुग आगे संगी ...
पता - ग्राम - धारिया, छुईखदान, जिला - राजनांदगांव ( छग.)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें